चंडीगढ़ पुलिस का 58वां स्थापना दिवस; गवर्नर कटारिया बोले- सिटी ब्यूटीफूल की तरह यहां की पुलिस व्यवस्था भी सुंदर, कामकाज की तारीफ

Chandigarh Police 58th Foundation Day Governor Gulab Chand Kataria

Chandigarh Police 58th Foundation Day

Chandigarh Police Foundation Day: चंडीगढ़ पुलिस ने बुधवार को सेक्टर 26 स्थित पुलिस लाइन में अपना 58वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर भव्य परेड कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम की शुरुआत में राष्ट्रीय सेल्यूट के बाद प्रशासक ने परेड का निरीक्षण किया और फिर परेड की सलामी ली। कार्यक्रम में परेड कमांड डीएसपी ट्रैफिक धीरज कर रहे थे। जबकि सेकंड कमांड इंस्पेक्टर मिनी भारद्वाज थी। पुलिस की परेड टुकड़ियों ने पाइप बैंड और ब्रास बैंड के साथ परेड की 14 प्लाटून के साथ मार्च किया।

वहीं मार्च में घुड़सवार दस्ता, डॉग स्क्वायड, साइकिल दस्ता और वाहनों के बेड़े यानी एक्टिवा स्कूटर, ट्रैफिक और बीट मोटरसाइकिल, इंटरसेप्टर, एम्बुलेंस वैन, वज्र आंसू गैस, एक्स-रे मशीन, बच्चों की ट्रैफिक वैन, बम डिटेक्शन, कवच, वाटर कैनन, मोबाइल पुलिस स्टेशन और मोबाइल फोरेंसिक वैन शामिल थे। इस मौके पर प्रशासक गुलाबचंद कटरिया ने चंडीगढ़ पुलिस की प्रशंसा करते हए कहा कि चंडीगढ़ का सौभाग्य है कि चंडीगढ़ एक ब्यूटीफुल सिटी के नाम से देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के समय इसका नामकरण हआ। प्रशासक ने कहा कि जैसा शहर सुन्दर है। वैसे ही पुलिस व्यवस्था भी उतनी सुन्दर बनकर देश में पहले स्थान प्राप्त किया। उसके लिए उन्होंने आभार जताया।

प्रशासक ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस का ढांचा है। बहुत अच्छा है। सबसे ज्यादा ख़ुशी की बात यह है कि चंडीगढ़ में महिलाओं का प्रतिनिधित्व देश में नंबर एक पर है। जो 20 प्रतिशत के आसपास है। सबसे बड़ा गौरव जो चंडीगढ़ को प्राप्त हुआ। यहां की पुलिस ने सभी अधिकारियों ने मिलकर देश में तीन नए अपराधिक कानून बने। इन तीन नए कानूनों का पहला श्रेय अगर किसी को मिला है।वह चंडीगढ़ पुलिस को मिला है।

उन्होंने बताया कि भारत के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा इन तीन नए कानूनों को इस प्रकार से लागू किया गया की न्याय प्रणाली अधिक सतर्क बनी। इन तीन नए कानूनों को तीन भाषाओं में भी लिपि वध किया। और एक तरह से जनता के लिए उपलब्ध करवाने के लिए लगभग 60 हजार से अधिक पैंफलेट छाप कर जनता के बीच बांटे गए। ताकि सर्व सामान्य व्यक्ति इन तीन नए कानूनों के अनुसार न्याय प्राप्त करने के लिए अपनी हिस्सेदारी निभाए।

उन्होंने बताया कि विशेष कर चंडीगढ़ पुलिस का समावेशी कार्यक्रम की भी सराहना की। जिसके तहत 14 तरह की विभिन्न सेवाएं नागरिकों को घर बैठे प्राप्त हो रही है अभी जो चंडीगढ़ पुलिस ने साइबर क्राइम के बारे में इसका फीडबैक लेने के लिए तीन स्थानों पर क्यूं कोड लगाया है पुलिस को जानकारी जितनी दे सके और पुलिस के काम और व्यवहार के बारे में जनता और सामान्य व्यक्ति क्या सोचता है इसका भी फीडबैक पुलिस को मिले ताकि अपने काम का मूल्यांकन भी कर सके साइबर क्राइम सारे देश में चुनौती सामान्य जा रहा है साइबर क्राइम के बारे में पुलिस कर्मियों को और अपडेट करें ताकि हम साइबर क्राइम को जितना जल्दी ढूंढ सके। धोखाधड़ी अनजान के साथ ही नहीं जानकार के साथ भी हो जाती है। इसको हम कैसे मुक्त कर सके।

प्रशासक कटारिया ने बताया कि फोरेंसिक लैब सबसे ज्यादा मददकार है। कई बार एविडेंस बदल जाती है। दबाव में आकर पहले कुछ कह दिया बाद में कुछ कह दिया। इन कानून के तहत हर बात का रिकॉर्ड भी बनता है। वीडियो ग्राफी भी होती है। ताकि आरोपियों को इस कानून के तहत सजा कैसी मिले। उसमें जो फॉरेंसिक लैब है। बहुत ही मदद कर है। उन्होंने बताया कि साइबर सुरक्षा मिशन के तहत 1500 साइबर तैयार किए गए। साइबर सुरक्षा मिशन के तहत 2 लाख से ज्यादा नागरिकों को साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक किया गया। प्रशासक ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस हर स्पॉट पर 3 मिनट के अंदर पहुंच जाती है। एनडीपीएस मामलो को लेकर प्रशासक ने चंडीगढ़ पुलिस की प्रशंसा की है।

बड़ी मुस्तैदी के साथ बहनों की परेड देखने को मिली: गुलाब चंद कटारिया

चंडीगढ़ पुलिस के स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने अपने भाषण में कहा कि उन्हें खुशी है कि बड़ी मुस्तैदी के साथ बहनों की परेड देखने को मिली लगता है कि हमारी बहनें भी किसी दृष्टि से कम नहीं है। चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया परेड में मौजूद महिलाओं की मुस्तैदी देखते हुए सराहना की। वही उन्होंने शहर में महिला एसएसपी तैनात कंवरदीप कौर के कामकाज की प्रशंसा की

डीजीपी ने उपलब्धियां बताईं

डीजीपी सुरेंद्र यादव ने मुख्य अतिथि गुलाब चंद कटारिया के अभिनंदन के साथ-साथ चंडीगढ़ पुलिस की गतिविधियां और उपलब्धियां पर प्रकाश डाला। डीजी ने बताया कि आज हम चंडीगढ़ पुलिस की मेहनत, समर्पण और उत्कृष्टता का सम्मान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम लोगों का प्रण है कि चंडीगढ़ वासियों को पारदर्शिता सेवा प्रदान कर सके। और अपराध नियंत्रण में रहे पूरा प्रयास होगा। और साथ की साथ नागरिकों की जो भागीदारी है। पुलिस सेवाओं में रहे इस बात का प्रण हम लोगों ने लिया।

चंडीगढ़ पुलिस की स्थापना बर्ष 1966 में की गई थी। जब चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश बना था। उस समय चंडीगढ़ पुलिस में एक अधीक्षक रैक का अधिकारी तीन डीएसपी और 500 पुलिस कर्मी के साथ चंडीगढ़ पुलिस परिवार का सफर प्रारंभ हुआ था। जिसके पास इस सिटी ब्यूटीफुल की सुरक्षा का दायित्व दिया गया। आज चंडीगढ़ पुलिस की संख्या बढ़कर लगभग 6 हजार हो गई है जो चंडीगढ़ की सुरक्षा अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में नियंत्रण सक्रिय है।

उन्होंने बताया कि पुलिस बल ने भारत के गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शक में 1 जुलाई 2024 से 3 नए अपराधी कानून को लागू किया इस वर्ष चंडीगढ़ पुलिस ने तीन ने अपराधी कानून के तहत 1038 मामले दर्ज किए हैं।जबकि 155 मामलों को अदालत में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। चंडीगढ़ पुलिस ने हाल ही में लोकसभा चुनाव और पंजाब विश्वविद्यालय चावन को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न करवाया।

उन्होंने बताया कि नशा किसी भी समाज को खोखला कर सकता है। इसलिए नशे के खिलाफ युवाओं और जागरूक करने के लिए 551 जागरूकता शिवर का आयोजन किया गया जिसमें तकरीबन 41 हज़ार बच्चों और युवाओं ने भाग लिया। 750 के करीब ड्रग अवेयरनेस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 80 हज़ार के करीब लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में अवगत करवाया। इसी पल के तहत चंडीगढ़ पुलिस के एक कार्यक्रम ऊर्जा नई किरण के तहत नशा मुक्ति और युवा सशक्तिकरण के तहत कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी चंडीगढ़ के संवेदनशील इलाके में लागू किया गया। नशे पर अंकुश लगाने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने इसी माह में अब तक 57 एनडीपीएस मामलों में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

वहीं उन्होंने साइबर क्राइम के बारे में बताया कि साइबर अपराध किसी भी पुलिस संगठन के लिए चुनौती का विषय है। साइबर अपराधों की जांच नागरिकों के लिए साइबर सुरक्षा सुरक्षित करना ला एनफोर्समेंट एजेंसी के लिए सबसे चुनौती पूर्ण के क्षेत्र में से एक है। इसलिए साइबर सुरक्षा के विषय में चंडीगढ़ पुलिस ने अहम कदम उठाए हैं। भारत के गृहमंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में स्थापित प्रोजेक्ट सेंनकॉप्स भारत में अनूठा प्रोजेक्ट है। 300 अधिकारियों को सैनकॉप्स में प्रशिक्षित किया गया है।समय-समय पर प्रशिक्षण के लिए पड़ोसी राज्यों से पुलिस अधिकारी आते रहते हैं।

इसके अलावा चंडीगढ़ पुलिस ने साइबर फ्रॉड से बचने के लिए साइबर सुरक्षा मिशन के तहत 1500 से अधिक साइबर सोल्जर तैयार किए हैं। लाखों नागरिकों को इसके प्रति जागरूक किया गया है। प्रशासक ने 11 नवंबर 2024 में नागरिकों को जागरूक करने के लिए सुखना झील सेक्टर 17 स्थित प्लाजा और इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एलांते मॉल में स्थापित किए हैं। इसके अलावा चंडीगढ़ पुलिस का कम्युनिटी पुलिसिंग आधारित समावेश प्रोजेक्ट इस कार्यक्रम के तहत 14 सेवाओं को एकत्रित कर के इन समावेश केंद्रों के साथ अवधि के तहत प्रदान करने का प्रयास किया।

चंडीगढ़ पुलिस के 24 घंटे के अंदर पासपोर्ट सत्यापन के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा पुरस्कार किया गया। हाल ही में प्रशासक के मार्गदर्शन के चलते चंडीगढ़ पुलिस ने पारदर्शिता बढ़ाने और पुलिस सेवाओं की पुष्टि करने और सेवा वितरण में सुधार करने में उद्देश्य से एक नई क्यूआर कोड आधारित नागरिक समीक्षा सेवा प्रारंभ की है। इसके क्यूं आर कोड स्कैन करके नागरिक अपनी पुलिस कर्मियों के साथ बातचीत और सेवा वितरण पर फीडबैक जल्दी और सुविधाजनक तरीके से दे सकता है।

चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी सुरेंद्र यादव ने महिला की सुरक्षा पर भी बताया कि पुलिस की विशेष नजर है। पोक्सो अधीन ,मानव तस्करी, महिला सुरक्षा को लेकर समय-समय पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।जिसमें अब तक 35 हजार महिलाएं और बच्चों ने भाग लिया। इसके अलावा चंडीगढ़ पुलिस की स्वयं टीम द्वारा महिलाओं की आत्मरक्षा के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें अब तक 23 हजार महिलाओं ने भाग लेकर अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई। वही डीजीपी ने चंडीगढ़ पुलिस के कर्मचारी अपना कर्तव्य निष्ठा पूर्ण निभाते हैं। विभाग उनकी और परिवार की भलाई के लिए समर्पित है।

डीजीपी ने कहा कि,, चंडीगढ़ पुलिस कर्मचारियों के कल्याण के लिए एचडीएफसी बैंक द्वारा कर्मचारियों की आकस्मिक दुर्घटना मैं मौत हो जाने पर दी जाने वाली राशि बढ़ाकर एक करोड़ 10 लाख कर दिया गया है। इसके साथ ही मुलाजिमों के बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग द्वारा 75 लाख से अधिक छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। कर्मचारियों को साथ में वेतनमान के अनुसार वेतन अन्य भत्ते लागू कर दिए गए हैं।कार्यक्रम में चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार राजीव वर्मा, पंजाब के मुख्य सचिव केआईपी सिन्हा, आईजी आरके सिंह, एसएसपी ट्रैफिक,एसएसपी कंवरदीप कौर,एसपी मुख्यालय केतन बंसल, एसपी सिटी मृदुल के आलावा चंडीगढ़ पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने तीन पुलिस स्टेशनों को ‘सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशनों के लिए डीजीपी रनिंग ट्रॉफी’ के लिए शीर्ष 3 स्थान प्रदान किए प्रथम पुरस्कार पुलिस स्टेशन-26 को 25 हजार नकद पुरस्कार, द्वितीय पुलिस स्टेशन-11 को 15 हज़ार नकद पुरस्कार तथा तृतीय पुलिस स्टेशन-मौली जागरां को 10 हजार नकद पुरस्कार प्रदान किया।दो पुलिस अधिकारियों को 'सर्वश्रेष्ठ बीट अधिकारी के लिए डीजीपी रनिंग ट्रॉफी' से भी सम्मानित किया गया है। प्रथम कांस्टेबल संजय नंबर को नकद पुरस्कार 15 हजार और द्वितीय एल/कांस्टेबल कमलजीत कौर को नकद पुरस्कार 15 हज़ार नकद पुरस्कार से सम्मानित किया।

रिपोर्ट-  रंजीत शम्मी